जीने के लिए यह सफर तय करना ही है, देख जिंदगी, मैं तेरी राह का एक मुसाफ़िर हूँ।। जीने के लिए यह सफर तय करना ही है, देख जिंदगी, मैं तेरी राह का एक मुसाफ़िर हू...
इस अधूरी कविता को पूरा कर सकता है मुझे उस ही एक पल का इंतज़ार है। इस अधूरी कविता को पूरा कर सकता है मुझे उस ही एक पल का इंतज़ार है।
यतीम...। यतीम...।
तुम मेरे दिल में रहती हो फिर यह शिकायत क्यों बनी रहती है...? तुम मेरे दिल में रहती हो फिर यह शिकायत क्यों बनी रहती है...?
किताब के पन्नों की तरह पलट जाए ज़िन्दगी तो क्या बात है ! किताब के पन्नों की तरह पलट जाए ज़िन्दगी तो क्या बात है !
मुझे याद करना और मुस्कुराना...! मुझे याद करना और मुस्कुराना...!